हरियाणा में इस शुक्रवार को मौसम ने अचानक करवट ली, जिससे राज्य के कई हिस्सों में आंधी के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। ऐसा लगा मानो प्रकृति ने अपना रूप बदल लिया हो। कई जिलों में तो जमीन पर बर्फ की चादर सी बिछ गई। लेकिन, यह आफत की बारिश यहीं नहीं थमने वाली। खबर है कि शनिवार 30 मार्च को भी हरियाणा के मौसम में उथल-पुथल रहेगी जिसमें आंधी-बारिश और ओले पड़ने की पूरी संभावना है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस असामान्य मौसमी घटना के पीछे मुख्य कारण है उत्तरी पहाड़ों पर सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस। इसकी वजह से राजस्थान और हरियाणा के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है जिसके कारण शनिवार को भी आंधी और बारिश की संभावना बनी हुई है। इससे न सिर्फ हरियाणा बल्कि चंडीगढ़ सहित कई अन्य राज्यों में भी ओलावृष्टि हो सकती है।
किसानों पर पड़ने वाला असर
शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता को गहरा दिया है। हरियाणा के विभिन्न जिलों में फसलों को हुए नुकसान ने किसानों के सामने एक बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है। खेतों में खड़ी गेंहू और अन्य फसलें जो कटने को तैयार थीं ओलावृष्टि की वजह से बर्बाद हो गईं। इस मौसम हलचल ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
आने वाली चुनौतियां और सरकारी सहायता
ऐसे मौसमी हालात में किसानों के सामने आने वाली चुनौतियां काफी विकट हैं। हरियाणा में 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू होने वाली है ऐसे में इस बेमौसम बरसात की वजह से किसानों के लिए फसलों को मंडियों तक पहुँचाना एक बड़ी मुश्किल बन सकती है। इस स्थिति में सरकार और संबंधित विभागों की तरफ से तत्काल सहायता और समर्थन की आवश्यकता है ताकि किसानों को उनके नुकसान से उबारा जा सके।